ऐसे सवाल जो स्तनपान से जुड़े नहीं हैं, लेकिन स्तनपान कराने वाली महिलाओं को जानना जरूरी हैं?

ऐसे सवाल जो स्तनपान से जुड़े नहीं हैं, लेकिन स्तनपान कराने वाली महिलाओं को जानना जरूरी हैं?

सेहतराग टीम

मां बनना हर महिला का सबसे बड़ा सपना होता है या यूँ कहें किसी महिला के लिए मां बनना सबसे बड़ा सुख होता है। हालांकि जब महिला गर्भवती होती है तो उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन डिलीवरी के बाद भी कई समस्याएं होती हैं, जैसे-स्तनपान से संबंधित समस्याएं। हालांकि ये समस्याएं स्तनपान से सीधी तरह से नहीं जुडी होती हैं लेकिन फिर भी एक स्तनपान कराने वाली महिला को जानना इन समस्याओं के बारे में जानना जरूरी हैं। उनके मन में स्तनपान को लेकर कई सारे सवाल होते हैं जिनके जवाब उन्हें पूरी तरह नहीं मिल पाते हैं। इसलिए इस आलेख में हम ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब देंगे। आइए जानते हैं।

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सवाल: क्या एच.आई.वी अथवा एड्स से पीड़ित महिलाओं को अपने शिशु का स्तनपान कराना चाहिए?

जवाब: इस रोग से पीड़ित स्त्री द्वारा बच्चे को स्तनपान कराने से रोग नहीं फैलता, लेकिन कहा गया है कि यौन-संबंध द्वारा रोग के जीवाणु एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश करते हैं। ऐसी स्थिति में शिशु को कृत्रिम या ऊपर का (गाय, भैंस) दूध पिलाना अच्छआ रहता है।

सवाल: क्या स्तनपान करानेवाली स्त्रियों को चाय अथवा कॉफी से परहेज करना चाहिए?

जवाब: चाय या कॉफी माता या बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं, लेकिन इसका अधिक सेवन भी सेहत के लिए हितकर नहीं। इसके अधिक सेवन से शरीर में दुग्ध उत्पादन क्षमता घटती है।

सवाल: क्या स्तनपान करानवाली स्त्रियों के लिए धूम्रपान हानिकारक है?

जवाब: स्तनपान करानेवाली महिलाओं को धूम्रपान से बचना चाहिए। तंबाकू में पाए जानेवाला निकोटिन स्तनों में एकत्रित दूध को दूषित कर दुष्प्रभाव के लक्षण अध्रत नींद का अभाव, मानसिक अशांति, दूध उत्पादन में कमी आदि उत्पन्न करता है। तंबाकू से उटता हुआ धुआँ बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।

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सवाल: स्तनपान करानेवाली महिलाओं के लिए मदिरापान करना कितना घातक हो सकता है?

जवाब: दूध के माध्यम से अल्कोहल स्तनपान के दौरान शिशु के शरीर में चला जाता है। हालांकि कम मात्रा में मदिरापान करने वाली स्त्रियों से बच्चे के स्वास्थ्य पर विशेष दुष्प्रभाव नहीं होता, लेकिन अधिक शराब पीनेवाली माताओं की गलती का नतीजा उनकी संतान को भुगतना पड़ सकता है।

सवाल: क्या स्तनपान करानवाली महिलाओं को औषधियों का सेवन करना चाहिए?

जवाब: इस अवस्था में कम से कम औषधियों का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इनका दुष्प्रभाव दूध के माध्यम से नवजात शिशु पर पड़ता है। औणधि लेने से पूर्व अपने चिकित्सक को स्तनपान करानेवाले शिशु के बारे में अवश्य अवगत कराएं। माँ के लिए यदि औषधि लेना अनिवार्य हो तो उस अवधि के दौरान शिशु को स्तनपान कराना बंद कर दिया जाना चाहिए। लेकिन याद रहें, वक्ष में एकत्रित दूध थोड़ी-थोड़ी अवधि के बाद निकाल-निकालकर फेंक देना चाहिए। विचारणीय बत यह है कि स्तनपान करानेवाली स्त्रियों को एंटी-बायोटिक्स(क्लोरम फेनिकोल, कोटरिमेक्सोजोल, सल्फाड्रग्स,टेट्रासाइक्लीन, पेंसिलीन, मेट्रोनिडाजोल, नालिडिक्सिक एसिड आदि) का सेवन नहीं करना चाहिए।

(यह आलेख परवेश हांडा द्वारा लिखी गयी किताब ‘गर्भवती की देखभाल’ से साभार लिया गया है)

 

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